बांग्लादेश में अशांति: ढाका में देसी बम फेंके जाने से एक व्यक्ति की मौत, मृतक की पहचान हुई

 


बांग्लादेश में स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है और हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बुधवार को ढाका के मोगबाजार इलाके में एक फ्लाईओवर से असामाजिक तत्वों द्वारा फेंके गए देसी बम की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह जानकारी डेली स्टार की रिपोर्ट में दी गई है।

मृतक की पहचान सैफुल के रूप में हुई है। हतिरझील पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर (ऑपरेशंस) मोहम्मद मोहिउद्दीन ने बताया कि यह घटना शाम करीब 7 बजे हुई। उन्होंने डेली स्टार को इस घटना की पुष्टि की।

उन्होंने कहा, “सैफुल सड़क किनारे एक चाय की दुकान पर चाय पी रहा था, तभी ऊपर फ्लाईओवर से फेंका गया देसी बम उसे आकर लगा।”

बांग्लादेश में यह हिंसा उस समय और भड़क गई जब प्रमुख छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत हो गई। हादी की ढाका में हत्या की कोशिश के बाद उन्हें इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। उनकी मौत के बाद पूरे देश में भारी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस ने दोषियों के खिलाफ न्याय और “कोई ढील नहीं” देने का वादा किया है।

शरीफ उस्मान हादी पिछले वर्ष हुए सरकार-विरोधी आंदोलनों का एक प्रमुख चेहरा थे, जिनके चलते शेख हसीना की सरकार गिर गई थी।

इस बीच हालात तब और बिगड़ गए जब पिछले सप्ताह मयमनसिंह में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखने वाले एक युवक दीपु चंद्र दास को कथित ईशनिंदा के आरोप में भीड़ ने पीट-पीटकर मार डाला और बाद में उसके शव को आग के हवाले कर दिया।

दास की हत्या के बाद ढाका और बांग्लादेश के अन्य हिस्सों में फैक्ट्री मजदूरों, छात्रों और मानवाधिकार संगठनों द्वारा बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए गए।

दीपु चंद्र दास पर हुआ यह भीड़ हमला उसी समय हुआ, जब कट्टर दक्षिणपंथी सांस्कृतिक संगठन ‘इंक़िलाब मंच’ के नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत हुई थी।

Post a Comment

0 Comments